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Monday 16 April 2018

आओ सुनाएँ ड्रैगन कथा

चीन को #ड्रैगन का देश कहा जाता है पर क्या कभी किसी ने वास्तव में ड्रैगन देखा है? ड्रैगन कोई जीव था भी क्या? तो फिर ये ड्रैगन नामक काल्पनिक जीव आया कहाँ से ...?? जो भी हो इस काल्पनिक जीव ड्रैगन का चित्र तो उपलब्ध है जिसका प्रयोग चीनी इतिहास एवं चीनी वस्तुकला में अक्सर देखने को मिल ही जाता है । पिछले दिनों मुझे एक चाइनीज #बौद्ध_मंदिर में जाने का अवसर मिला,  वहाँ उस मंदिर की वस्तुकला में ड्रैगन के काल्पनिक चित्र को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया था । ड्रैगन का चीनी वास्तुकला में इतना प्रभावी स्थान देखकर मुझे इस काल्पनिक जीव "ड्रैगन" के बारे में जानने की इच्छा हुई, फिर जो जानकारी मुझे पता चली आज उसको आप सभी के साथ साझा कर रहा हूँ ☺️☺️

चीनी लोग अपने को ड्रैगन का वंशज कहते हैं, यह कथन प्राचीन चीनी राष्ट्र के टोटेम व उस से जुड़ी दंतकथा पर आधारित है । दंतकथा के अनुसार चीन के पूर्वज हुंग ती द्वारा मध्य चीन का एकीकरण किया जाने से पहले चीनी राष्ट्र का टोटेम यानी गणचिंह भालू था, कबीली राजा छियु को पराजित कर मध्य चान का एकीकरण करने के बाद हुंग ती ने अपने पक्ष में आ मिले विभिन्न कबीलों को मनाने के लिए टोटेम के लिए भालू का त्याग कर एक नया चिंह ले लिया, वह था ड्रैगन । ड्रैगन की आकृति भालू के सिर और सांप के शरीर को मिला कर बनायी गई थी । प्राचीन चीनी भाषा में सांप का नाम चो था, उस का उचारण छो भी था, जिस का दूसरा अर्थ पुल था । हुंगती के निधन के बाद उसे छोशान यानी पुल का पहाड़ जगह दफनाया गया । इस से सिद्ध हुआ है कि हुंगती अपनी मातृ गन चिंह की पूजा करते थे । ड्रैगन वाला टोटेम हुंगती के पितृ व मातृ टोटेमों का मिश्रित रूप था । ड्रैगन की आकृति बहुत विशेष रूप की थी, इस में चीनी राष्ट्र के विकास की प्रक्रिया में विभिन्न जातियों के महा विलय की प्रक्रिया अभिव्यक्त होता है ।

     कालांतर में चीनी राष्ट्र का प्रतीक होने वाले ड्रैगन का चिंह विभिन्न चित्रों में व्यक्त हुए और धीरे धीरे इस की लिपि भी बनायी गई । चीन के प्राचीन राजवंश सांग की राजधानी के खंडहर की खुदाई में प्राप्त कच्छ खोलों तथा पशु हड्डियों पर खुले अक्षरों में ड्रैगन का शब्द भी उपलब्ध हुआ है । खुदाई में मिले सूदूर प्राचीन काल के चीनी मिट्टी के बर्तनों पर भी ड्रैगन की तस्वीरें देखने को मिली है । कुछ समय पहले  चीनी पुरातत्वी कार्यकर्ताओं ने उत्तर पूर्व चीन के ल्याओ निन प्रांत के फुसिन शहर के छाहाई प्राचीन खंडहर की खुदाई में दो चीनी मिट्टी के बर्तनों के टुकड़े मिले, जिन पर ड्रैगन के चित्र अंकित हैं, एक चित्र उड़ते हुए ड्रैगन का है और दूसरा कुंडली मारे ड्रैगन का, दोनों चित्र बहुत सजीव हैं, ड्रैगन के शरीर पर छिलकाओं की रेखाएं बहुत स्पष्ट दिखती है ।

    चीनी राष्ट्र के पूर्वजों का टोटेम बनने के बाद ड्रैगन चीनी राष्ट्र से जुड़ा हुआ है । ड्रैगन के संदर्भ में भी बड़ी मात्रा में दंतकथाएं और लोककथाएं उत्पन्न हो गई। एक दंतकथा के अनुसार चीनी राष्ट्र के एक पूर्वज सम्राट यान ती का जन्म तङ नाम की उस नारी से हुआ था, जो स्वर्ग लोक के दिव्य ड्रैगन के प्रभाव में आने के बाद गर्भवर्ती हुई थी । चीनी राष्ट्र के एक दूसरे पूर्वज हुंगती का जन्म इस के माता के सप्तर्षि ग्रह से प्रभावित होने के बाद हुआ था तथा महाराजा यो का जन्म उस की माता के लाल ड्रैगन से प्रभावित होने से हुआ तब इस तरह कहा जाए, तो चीनी राष्ट्र के पूर्वज ड्रैगन के वंशज थे, तभी तो उनकी संतानें भी अपने को  ड्रैगन के वंशज मानते है ।

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